जालौन में ईद-उल-अजहा की नमाजः देश में अमन-चैन के लिए उठे हजारों हाथ, मस्जिद और ईदगाह पर रही कड़ी सुरक्षा

जालौन में लोगो ने ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई।
बच्चो ने एक दूसरे के गले मिलकर बधाई दी।
नमाजियों ने अधिकारियों को फूल देकर बधाई दी।

 

 

 

 

 

 

जालौन में सोमवार को ईद-उल-अजहा बकरीद की नमाज कड़ी सुरक्षा के बीच ईदगाह और मस्जिदों में पढ़ी गई। शासन और प्रशासन के निर्देश के बाद सड़कों पर किसी भी जगह नमाज नहीं पढ़ी गई। त्योहार को देखते हुये चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही।

 

पुलिस प्रशासन ने नमाज को देखते हुई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे। वहीं बच्चों के साथ बड़ों ने एक दूसरे को गले लगकर ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी। रमजान के के करीब 68 दिन बाद बकरीद का यह त्योहार मनाया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोग इसे फर्ज-ए-कुर्बानी का दिन मानते है।

 

ईद-उल-अजहा पर नमाज अदा करने के बाद जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। जालौन के अलग-अलग क्षेत्रों में लगभग 110 जगह पर नमाज पढ़ी गई। इसके बाद कुर्बानी का दौर शुरु हो गया। जिले के संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं।

 

जिले में लागू है धारा 144

 

शहर काजी शकील बेग रहमानी का कहना है कि यह कुर्बानी का त्योहार है जो कि तीन दिनों तक चलता रहेगा। वहीं जिला प्रशासन ने सभी लोगों से इस त्योहार को शांतिपूर्वक मनाए जाने की अपील की है। बता दें कि बकरीद को लेकर पूरे जालौन में धारा 144 लागू की गई है साथ ही अलर्ट घोषित है। जिले में जगह-जगह पुलिस बल मुस्तैद है। मस्जिदों के बाहर भी मजिस्ट्रेटों को तैनात किया गया है।

नगर पालिका ने किए हैं इंतजाम वहीं, ईद उल अजहा की नमाज के बाद मौजूद जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा को भी नमाज पढ़ने वालों ने गुलाब का फूल देकर बधाई दी। इस दौरान जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुबह से जिले की मस्जिदों में शांति के साथ बकरीद की नमाज पढ़ी जा रही है। साथ उन्होंने कहा कि कोई भी कुर्बानी के दौरान अपशिष्टों को यहां वहां न फेके, इसके लिए नगर पालिका द्वारा अलग-अलग जगह इंतजाम किए गए हैं निश्चित स्थान पर ही उन अपशिष्टों को एकत्रित किया जाए।

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