कथा में राम जन्म व कृष्ण जन्म का किया रोचक वर्णन

रिपोर्ट  : विवेक तिवारी focusnews24x7 

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  • भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेने पर मनोरम झांकी निकाली गई
  • कथा वाचक पंडित रामशरण शास्त्री जी महाराज ने राम जन्म व कृष्ण जन्म की कथा का रोचक वर्णन

पूंछ ग्राम सेसा झाँसी आपको बता दें झाँसी जनपद के ग्राम सेसा में स्थित श्री काली माता मंदिर पर चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा,कथा का चौथा दिन कथा वाचक पंडित रामशरण शास्त्री जी महाराज ने राम जन्म व कृष्ण जन्म की कथा का रोचक वर्णन किया।

भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेने पर मनोरम झांकी निकाली गई। महिलाओं ने सोहर और बधाई गीत गाए ।

कथा व्यास ने कृष्ण जन्म के बारे में कि द्वापर युग मे पृथ्वी पर राक्षसों के अत्याचार बढ़ने लगे तब पृथ्वी गाय का रूप धारण कर अपनी व्यथा सुनाने के लिए तथा उद्धार के लिए ब्रह्मा जी के पास गई। यह सुनकर सभी देवता भी बहुत चिंतित हुए।

ब्रह्मा जी सब देवताओं एवं पृथ्वी को साथ लेकर भगवान विष्णु के पास क्षीर सागर ले गए। उस समय भगवान विष्णु अनंत शौर्य पर शयन कर रहे थे। स्तुति करने पर भगवान की निद्रा भंग हो गई। भगवान ने ब्रह्मा जी एवं सब देवताओं को देखकर उनके आने का कारण पूछा तो पृथ्वी ने बताया कि भगवान मैं पाप के बोझ से दबी जा रही हूं। मेरा उद्धार कीजिए।

यह सुनकर भगवान विष्णु ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि चिंता न करें , मैं नर -अवतार लेकर पृथ्वी पर आऊंगा। और इसे पापों से मुक्ति प्रदान करूंगा।

मेरे अवतार लेने से पहले कश्यप मुनि मथुरा के यदुकुल में जन्म लेकर वसुदेव नाम प्रसिद्ध होगे। मैं ब्रज मण्डल में वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से कृष्ण के रूप में जन्म लूंगा। तुम सभी देवतागण ब्रज भूमि में जाकर यादव वंश में अपना शरीर धारण कर लो। कुरुक्षेत्र के मैदान में मैं पापियों संहार कर पृथ्वी को पापो से भार मुक्त करूंगा। इसके पश्चात देवता ब्रज मण्डल में आकर यदुकुल में नन्द यशोदा तथा गोप गोपियां के रूप में पैदा हुए।

भागवत कथा का मूल्य पाठ आचार्य पंडित प्रशांत चतुर्वेदी ने किया ।

पंडित सत्येंद्र शास्त्री,ऑर्गन पर गौतम शर्मा सिंगर, ढोलक पर वीर सिंह कुमार, पैड पर रमाशंकर तिवारी रहे

कथा की आरती पारीछत श्रीमती सरोज कुमारी एवं जागेश्वर दयाल नायक ने की।

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