सेंट जेवियर्स की पूर्व निदेशक स्वर्गीय अमृता तिवारी की मनी पुण्यतिथि 

रिपोर्ट  : पंकज यादव focusnews24x7.com 

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  • परहित कर्म करने की भावना वाले जीवो में बसते हैं ईश्वर-प्रेमभूषण जी महाराज

सलेमपुर (देवरिया)। ‘परहित बसे जिनके मन माही, तिनके जग दुर्लभ कछु नाही।’ गोस्वामी तुलसीदास जी के इस पद का संदर्भ देते हुए कथा व्यास प्रेमभूषण जी महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि जिस जीव के भीतर सच्चे परहित कर्म करने की भावना होती है ईश्वर सदा उनके मन वाणी कर्म में बसते हैं। विद्यालय की निदेशक स्वर्गीय अमृता बिटिया दूसरे को बचाने में परहित करते हुए अपने जीवन की परवाह किए बिना अनन्त में विलीन हो गईं। मनुष्य का यही जीवन धन्य हो जाता है।
सेंट जेवियर एजुकेशनल सोसाइटी की पूर्व निदेशक स्वर्गीय अमृता तिवारी की तीसरी पुण्यतिथि पर धार्मिक अनुष्ठान एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रेमभूषण जी महाराज ने चर्चा करते हुए बताया मानव को सद्चरित्र होकर सिद्धांत पूर्वक पंच महायज्ञ का चयन करते हुए तीनों ऋणों से उऋण होने की यात्रा को समन्वित करते हुए जीना चाहिए।
इस अवसर पर सेन्ट जेवियर्स स्कूल के प्रधानाचार्य वीके शुक्ला, जगदीश नाथ तिवारी, रामरतन गुप्त, मुरारीलाल गुप्ता, सुधाकर गुप्त, डॉक्टर एसएन मिश्रा, आनन्द उपाध्याय, केपी गुप्त, श्याम नारायण मिश्र, अखिलेश्वर तिवारी, अशोक पांडे नवीन श्रीवास्तव, विष्णु तिवारी सहित अनेक गणमान्य अतिथियों एवं शिक्षकों प्रमुख छात्रों ने पुष्पांजलि अर्पित की।

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