गुरसराय। ग्राम अतरसुआ में चल रही श्रीमदभागवत कथा

 कथा का छठवां दिन कथा वाचक पंडित महेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि मनुष्य जन्म दुर्लभ है और यह सत्संग भी पूर्व जन्म के पुण्य के प्रभाव से मिलता है।

उन्होंने भागवत के स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा कि भागवत वेद रूपी वृक्ष का पका हुआ फल है। उन्होंने कहा कि जिसके मां बाप दुखी होते हैं उसके समस्त तीर्थ पूजन और भजन बेकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि मां-बाप की सेवा में ही समस्त गुणों का फल है। साथ ही उन्होंने कहा कि गुरु के चरणों में बैठने से संस्कार आते हैं तभी व्यक्ति कुशल वक्ता बन पाता है। इस दौरान दीक्षा तिवारी,सूर्यांश तिवारी,साक्षी तिवारी,आयुष त्रिपाठी,जगदीश पटेल आदि उपस्थित रहे।

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