38 करोड़ की आबादी पर मात्र एक लाख अंग्रेजों की हुकूमत, यह नहीं चलेगा
इसी विचारधारा के तहत सुभाष चंद्र बोस कहा करते थे कि हमारी 38 करोड़ की आबादी पर केवल एक लाख अंग्रेज हुकूमत चलाए, यह नहीं होना चाहिए। गांधीजी उन्हें समझाते थे कि भारत में रहने वाले केवल एक लाख अंग्रेज ही हिंदुस्तान पर राज्य नहीं करते हैं, बल्कि उनके पीछे यूरोपीय और अमरीकी ताकत है।
गांधीजी के बार-बार समझाने के बावजूद सुभाष बाबू इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे थे और परिणाम यह हुआ जो ऐतिहासिक है- गांधीजी को स्वयं अपने हाथ से लिखकर सुभाष बाबू को तीन वर्ष के लिए कांग्रेस से निलंबित करना पड़ा। फिर उसके बाद जो कुछ भी हुआ, वह भारतीय इतिहास का काला अध्याय ही है।
जर्मनी सहित कई देशों की यात्रा करने के बाद आजाद हिंद सेना का गठन और फिर पराजय और ताइपे में रहस्यमय ढंग से बॉम्बर का दुर्घटनाग्रस्त होना और उनका दुखद निधन आज भी प्रत्येक भारतीय देशभक्त को उद्वेलित कर देता है।
जब सुभाष चंद्र बोस के एक आह्वान ने हिंदू-मुसलमानों को बांटने की नीति को फेल कर दिया