पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जालौन के मुस्लिम समुदाय का बड़ा बयान – आतंकवाद का किया पुरजोर विरोध
(फोकस न्यूज 24×7 संवाददाता महेश चौधरी द्वारा विशेष रिपोर्ट)
पहल्गाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 27 निर्दोष लोगों की जान चली गई। किसी ने अपना पति खोया, किसी ने बेटा। इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे देश में ग़म और गुस्से का माहौल है।
चाहे हिंदू हो या मुसलमान, हर भारतीय इस हमले की कड़ी निंदा कर रहा है।
जालौन जिले में फोकस न्यूज 24×7 संवाददाता ने मुस्लिम समाज और मौलवियों से बातचीत की। इस दौरान सभी ने एक सुर में आतंकवाद के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा कि आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता। आतंकवादी सिर्फ मानवता के दुश्मन हैं।
यहां के मौलवियों ने साफ शब्दों में कहा कि अल्लाह किसी मजहब के पक्ष में नहीं होता, वह सभी इंसानों की भलाई चाहता है। आतंकवाद को इस्लाम से जोड़ना सरासर गलत है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद फैलाकर भारत में हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ने की नापाक साजिश कर रहा है, लेकिन भारत का मुसलमान पूरी तरह देश के साथ है। जालौन का हर मुसलमान भारत की एकता, अखंडता और शांति का समर्थक है।
मौलवियों ने कहा कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है तो जालौन का मुसलमान हिंदुस्तान के लिए अपनी जान कुर्बान करने को भी तैयार है।
यहां के मुसलमान हिंदू भाइयों के साथ सभी त्योहार मिलजुल कर मनाते हैं, एक-दूसरे के गले मिलते हैं और भाईचारे को मजबूत करते हैं।
जालौन के मुसलमानों का कहना है कि आतंकियों की कोशिशें कभी कामयाब नहीं होंगी। भारत में हिंदू-मुस्लिम एकता अटूट है और रहेगी। पूरे देश से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प भी उन्होंने दोहराया।






