प्रतापपुर (देवरिया ) दिन किसानों को नील गायों के उत्पात से जूझना पड़ रहा है झुंडों में आकर नीलगाय फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं।इनका झुंड गेहू, सरसो, आलू आदि फसलो को बर्बाद कर रही है रात हो या दिन हो कभी भी किसानों के फसल को चर रही है और पैरों से रौद रही है ऐसे में किसान भगवान के भरोसे ही खेती करने को मजबूर है। वन्य संरक्षण प्राणी कानून के तहत इन्हे मारना भी अपराध है इस कारण इन्हें मार जाना भी कानून विरुद्ध है।इस स्थिति में किसान करे तो क्या करे अपने फसलो को नुकसान होता देख किसान हताश और निराश है। इनके रोकथाम के लिए सरकार को कोई उचित कदम उठाने की जरूरत है। इस समस्या के समाधान से ही किसानों की आय दोगुनी करने जैसी सरकार के प्रयासों

को बल मिल सकता है।

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