जालौन में दिल दहला देने वाली घटना: स्कूल बस की लापरवाही ने मासूम की जान ली

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जालौन जिले के उरई कोतवाली क्षेत्र में एक हृदय विदारक हादसा हुआ, जिसने प्रशासन और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर कर दिया। कोंच रोड स्थित सीक्रेट हार्ट पब्लिक स्कूल के पास एक 7 वर्षीय मासूम बच्ची राधिका की स्कूल बस से कुचलकर मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया।

 

कैसे हुआ हादसा?

 

बस नंबर UP 92 T3954 को लापरवाही से चलाते हुए ड्राइवर मनु ने बच्ची को कुचल दिया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बस संचालक की गैरजिम्मेदारी का आलम यह है कि वह एक ही बस का उपयोग तीन-तीन स्कूलों—सीक्रेट हार्ट पब्लिक स्कूल, राम श्री पब्लिक स्कूल, और दिल्ली वुड पब्लिक स्कूल—के लिए कर रहा था।

 

सुरक्षा में गंभीर खामियां

 

जांच में सामने आया कि बस में न तो फायर सेफ्टी के इंतजाम थे, न सीट बेल्ट, और इमरजेंसी गेट को तार व सुतली से बांध दिया गया था। यह न सिर्फ प्रबंधन की घोर लापरवाही है, बल्कि बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ भी है।

 

प्रशासन की अनदेखी

 

घटना के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्र प्रकाश, सीओ उमेश पांडेय, और कोतवाली प्रभारी अजय ब्रह्म तिवारी ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। हालांकि, यह सवाल उठता है कि यातायात विभाग और प्रशासन ने स्कूल बसों की नियमित जांच क्यों नहीं की?

 

पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं

 

सूत्रों के मुताबिक, इसी स्कूल में कुछ दिनों पहले भी ऐसा हादसा हुआ था, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने कोई सबक नहीं लिया।

 

क्या है जिम्मेदारी?

 

स्कूल प्रबंधन पर सवाल: सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज करना घातक साबित हुआ।

 

प्रशासन की भूमिका: यातायात नियमों की अनदेखी के कारण हादसे हो रहे हैं।

 

ड्राइवर की लापरवाही: ऐसे ड्राइवरों पर तुरंत सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

 

 

जनता की मांग

 

इस घटना से गुस्साई जनता ने स्कूल प्रबंधन और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह हादसा एक चेतावनी है कि बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

 

क्या यह लापरवाही का अंत होगा, या मासूम जानों का ऐसा नुकसान जारी रहेगा?

 

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