श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ एवं सवा लाख जप महामृत्युंजय अभिषेक
भागवताचार्य पंडित श्री दिनेश चंद्र शास्त्री पीतांबरा पीठ दतिया
भागवत परीक्षित श्रीमती मोहिनी देवी पंडित श्री राम प्रकाश बादल पावई वाले
कथाव्यास आचार्य पंडित दिनेश चंद्र शास्त्री जी ने कहा कि प्रार्थना अपने इष्ट के प्रति बिना किसी देरी पहुंच जाती है। उन्होंने बताया कि संसार की किसी वस्तु को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिये पोस्टमैन की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन हृदय से समर्पित की गई प्रार्थना एक ऐसी अभिव्यक्ति है जो बिना किसी पोस्टमैन तत्क्षण गन्तव्य स्थान तक पहुंच जाती है
पंडित श्री राम बिहारी तिवारी अमरा वाले आपने संगीत में भागवत कथा से श्रोता गणों को मंत्रमुग्ध कर दिया
तिवारी अमरा वालों ने जो भजन सुनाया
” पकड़ लो हाथ हमारा गिरधारी नहीं तो डूब जाएंगे
तो पंडाल में श्रोतागण भक्ति मे डूब गए मानो ऐसा लग रहा था जैसे साक्षात वृंदावन में बैठे हो
मुख्य अतिथि के रूप में झांसी सदर विधायक रवि शर्मा, परीक्षा महंत उपस्थित रहे
अनाज मंडी के सामने साकेत नगर मे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ एवं अखंड भंडारे के छठे दिन दिन महिलाएं पंडाल में झूमती नजर आईं। तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा माहौल धर्ममय हो गया। श्रीमद्भागवत कथा के लिए दरबार को आकर्षित रूप से सजाया गया।
कथावाचक के रूप में आचार्य पंडित दिनेश चंद्र शास्त्री ने लोगों को भागवत के गूढ़ रहस्य की जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के लिए कोई अमीर-गरीब व ऊंची-नीची जाति का नहीं है।
दिनेश चंद्र शास्त्री जी के द्वारा कथा रूपी सागर में स्नान कराया गया। श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ के द्वारा जीवन मुक्त होता है और सब तरह के पाप का नाश होता है। जैसे आग सब कुछ को जला कर राख कर देती है वैसे ही भागवत कथा के श्रवण मात्र से समस्त पाप नाश होकर मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने जरासंध के वध पर विस्तृत वर्णन दिया
कथावाचक पंडित दिनेश चंद शास्त्री ने बताया सम्पूर्ण सिद्धांतों का निष्कर्ष यह ग्रन्थ जन्म व मृत्यु के भय का नाश कर देता है, भक्ति के प्रवाह को बढ़ाता है तथा भगवान श्रीकृष्ण की प्रसन्नता का प्रधान साधन है। मन की शुद्धि के लिए श्रीमद्भगवत से बढ़कर कोई साधन नहीं है। यह श्रीमद्भागवत कथा देवताओं को भी दुर्लभ है तभी परीक्षित जी की सभा में शुकदेव जी ने कथामृत के बदले में अमृत कलश नहीं लिया।
पंडाल में काफी भीड़ हो गई थी इस मौके पर कई गांव से भारी संख्या में आकर कथा अमृत रसपान किया